सुनील शर्मा, BHIND. दंदरौआ धाम में बेकाबू हुई भीड़ में कुचलने से वृद्ध महिला कृष्णा बंसल की मौत के बाद पुलिस और बागेश्वर धाम महंत धीरेंद्र शास्त्री का बयान सामने आया है जिसमें पुलिस डीएसपी सौरभ कुमार ने बताया कि मंदिर प्रांगण और कथास्थल पर किसी भी प्रकार की भगदड़ की अफवाह गलत है मंदिर में महिला दर्शन करने के लिए जा रही थी उसी वक्त ज्यादा भीड़ होने के चलते तीन महिलाएं अचानक सीढ़ियों से फिसलकर गिर गईं। इसमें मुरैना की रहने वाली एक वृद्ध महिला कृष्णा बंसल की दम घुटने से मौत हो गई। एक अन्य महिला जिला अस्पताल में भर्ती हैं और एक महिला की प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई है और घायलों की बात करें तो एक ओवरलोड टेंपो कथास्थल से 10 किलोमीटर दूर गाता मोड़ पर पलट जाने के चलते आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। जिन को जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा गया था, पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था है, और कार्यक्रम सुचारु रूप से जारी है।
भगदड़ से साफ इनकार
वहीं बागेश्वर महंत कथावाचक वीरेंद्र शास्त्री से महिला की मौत के बारे में सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि कथास्थल पर किसी भी प्रकार की कोई भगदड़ नहीं हुई है महिला की मौत मंदिर जाते समय रास्ते में मंदिर गेट पर सीढ़ियों से फिसलने के चलते दम घुटने से हुई है और वह महिला पहले से ही बीपी और शुगर की बीमारियों से पीड़ित थी अचानक भीड़ में गिरकर दब जाने से उसकी मौत हो गई।
उमड़ी भीड़ ने दंदरौआ में सैलाब बना दिया
दरअसल भिंड के दंदरौआ धाम में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। मुरैना से दंदरौआ सरकार के दर्शन को पहुंची महिला की मंदिर गेट पर भीड़ में कुचलने से मौत हो गयीष बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा को उमड़ी भीड़ ने लोगों का दंदरौआ में सैलाब बना दिया ही ,वहीं चार से पांच लोग घायल होने की सूचना रही। मृत महिला के परिजन ने प्रशासन पर अव्यवस्थाओं का आरोप लगाया है। इन दिनों भिंड के सुप्रसिद्ध दंदरौआ धाम में बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगा हुआ है वे यहां सीय पिय मिलन समारोह में हनुमान कथा प्रवचन कर रहे हैं जिसके चलते प्रतिदिन 3-5 लाख लोगों की भीड़ जुट रही है। लाखों खर्च होने के बाद भी प्रशासनिक अव्यवस्था का नतीजा हादसे के रूप में देखने का मिला है जिसकी वजह से एक महिला की मौत हो गई है।
हादसे के पीछे प्रशासन की अव्यवस्था
जानकारी के मुताबिक प्रति मंगलवार को दंदरौआ सरकार के दर्शन को हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु दंदरौआ धाम पहुंचते हैं। ऊपर से इन दिन दिनों बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमान कथा का आयोजन भी चल रहा है इसकी वजह से बेकाबू भीड़ दंदरौआ धाम पर टूट रही है। मंगलवार को मुरैना की रहने वाली कृष्णा बंसल अपने परिवार के साथ दंदरौआ धाम पहुंची थी लेकिन मंदिर के गेट पर बेकाबू भीड़ ने उन्हें पैरो तले रौंद दिया जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। उनके शव के साथ मेहगांव अस्पताल पहुंचे बेटे ने बताया कि वह अपनी मां कृष्णा बंसल और परिवार के दो अन्य सदस्यों के साथ दंदरौआ सरकार के दर्शन के लिए आए थे मंदिर गेट पर अचानक उनकी माता भीड़ में गिर पड़ी उनका वजन अधिक होने से वे उठ भी नहीं पायी ऐसे में बजाय उनकी मदद करने के बेकाबू भीड़ उनके ऊपर से निकलती चली गई जिससे उनकी मौत हो गई। पीड़ित बेटे ने यह भी बताया कि इस हादसे के पीछे प्रशासन की अव्यवस्था है वहां ना तो भीड़ को कंट्रोल कर पा रहे हैं और ना ही डॉक्टर या स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाए हैं। भीड़ इतनी बेक़ाबू थी कि मां की गिरने पर काफ़ी समय तक उनको नहीं निकाल पाए कई और लोग भी भीड़ में कुचले जिनके से दो-तीन लोगों को ख़ुद उन्होंने बचाया।